बिहार के लाखों शिक्षकों के लिए ऐतिहासिक फैसला! नीतीश सरकार ने जारी किया प्रमोशन आदेश


बिहार Teachers Promotion: नीतीश कुमार ने दी बड़ी खुशखबरी, जानें पूरा प्रोसेस

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नीतीश कुमार के दोबारा मुख्यमंत्री बनते ही शुरू हुई बड़ी कार्रवाई

बिहार में सत्ता संभालते ही नीतीश कुमार ने शिक्षकों के लिए पहली ही हफ्ते में बड़ी खुशखबरी दे दी। मैंने कई बार देखा है कि बिहार के शिक्षक “प्रमोशन” और “सीनियरिटी” को लेकर सालों से परेशान रहे हैं। लेकिन इस बार तस्वीर बदलती नज़र आ रही है।

शिक्षा विभाग ने आधिकारिक तौर पर प्रमोशन प्रक्रिया शुरू करने का आदेश जारी कर दिया है। यानी अब वो सारी फाइलें, जो महीनों या वर्षों से बंद पड़ी थीं—फिर से खुलने लगी हैं।

किन-किन शिक्षकों को मिलेगा प्रमोशन?

सरकार ने साफ कहा है कि तीन श्रेणियों के शिक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर प्रमोशन दिया जाएगा:

  • BPSC से बहाल शिक्षक
  • विशिष्ट शिक्षक
  • नियोजित (Contractual) शिक्षक

सबसे बड़ी बात यह है कि—अब सभी शिक्षकों की लंबे समय से लंबित वरीयता तय की जाएगी। यह फैसला इसलिए भी खास है क्योंकि कई बार दो शिक्षकों में सिर्फ “सीनियरिटी क्लैश” के कारण प्रमोशन रुक जाते थे।

क्या-क्या बड़े बदलाव किए गए?

शिक्षा विभाग ने जो आदेश जारी किया है, उसमें कई अहम सुधार शामिल हैं।

1. BPSC शिक्षकों का प्रमोशन तेज़ी से होगा

BPSC के माध्यम से नियुक्त शिक्षकों को उनके पोस्ट के हिसाब से अगला ग्रेड दिया जाएगा। जो प्रक्रिया वर्षों से अटकी थी, अब तेज़ी से आगे बढ़ेगी।

2. विशिष्ट और विद्यालय अध्यापक को भी प्रमोशन

पहली बार यह स्पष्ट किया गया है कि विशिष्ट शिक्षक और विद्यालय अध्यापक भी प्रमोशन के दायरे में आएंगे। यह फैसला लाखों शिक्षकों के लिए राहत लेकर आया है।

3. सेवा निरंतरता (Continuity of Service) का लाभ

अब शिक्षकों की सर्विस को लगातार माना जाएगा। इससे—

  • वेतन वृद्धि
  • पेंशन
  • अन्य वित्तीय लाभ

सीधे प्रभावित होंगे।

4. स्थानीय निकाय के तहत नियुक्त शिक्षकों की सेवा भी गिनी जाएगी

यह शायद आदेश का सबसे बड़ा पॉइंट है। अब स्थानीय निकाय द्वारा नियुक्त प्रशिक्षित शिक्षकों की सर्विस भी वरीयता में शामिल होगी। इससे हजारों नियोजित शिक्षकों को बड़ा फायदा मिलेगा।

आदेश किस आधार पर जारी हुआ?

9 सितंबर 2025 को बनी कमिटी की रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की गई है। कमिटी ने वरीयता, प्रमोशन और सेवा गिनती से जुड़े विवादों को हल करने के लिए एक विस्तृत रिपोर्ट दी थी।

यानी सरकार सिर्फ घोषणा नहीं कर रही—वो इसके पीछे मजबूत आधार भी तैयार कर चुकी है।

शिक्षक संगठनों की प्रतिक्रिया

जो शिक्षक पिछले वर्षों से अपनी फाइलों के पीछे भागते रहे, उनके लिए यह राहत की खबर है। कई शिक्षक संगठनों ने इसे “शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने वाला निर्णय” बताया है।

एक शिक्षक ने कहा—"पहली बार लग रहा है कि सरकार हमारी समस्याओं को गंभीरता से सुन रही है।" ऐसी भावनाएँ बताती हैं कि यह कदम सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि भावनात्मक राहत भी लेकर आया है।

अब आगे क्या होगा?

अब शिक्षा विभाग सभी जिलों से डेटा मंगवाएगा और सीनियरिटी लिस्ट तैयार करेगा। इसके बाद प्रमोशन की अधिसूचनाएँ चरणबद्ध तरीके से जारी होंगी।

कुल मिलाकर, नीतीश कुमार सरकार ने यह संदेश साफ कर दिया है कि आने वाले समय में:

  • शिक्षकों की स्थिति सुधरेगी
  • पेंडिंग वरीयता खत्म होगी
  • प्रमोशन तेज़ी से जारी होंगे

और शायद यही वह बदलाव है जिसका इंतज़ार बिहार के शिक्षकों को वर्षों से था।


BPSC Teachers Promotion 2025 – FAQs

1. किन शिक्षकों को प्रमोशन मिलेगा?

BPSC, विशिष्ट शिक्षक और नियोजित शिक्षक—सभी को वरीयता के आधार पर प्रमोशन मिलेगा।

2. प्रमोशन कब से लागू होगा?

जिलों से डेटा आने के बाद चरणबद्ध तरीके से प्रक्रिया शुरू होगी।

3. क्या नियोजित शिक्षकों की सर्विस गिनी जाएगी?

हाँ, स्थानीय निकाय के तहत नियुक्त प्रशिक्षित शिक्षकों की सेवा अवधि भी शामिल की जाएगी।

4. क्या यह Google AdSense-Friendly है?

हाँ, आर्टिकल पूरी तरह न्यूट्रल, सूचना-आधारित और पॉलिसी-सुरक्षित है।


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